1. वास्तु के अनुसार रसोई और टॉयलेट कभी भी एक दूसरे के आमने सामने नहीं होने चाहिए।
2. वास्तु के अनुसार घर मैं टॉयलेट पश्चिम और दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए।
3. वास्तु के अनुसार आप उत्तर पूरब दिशा में बाथरूम का निर्माण भी ना करें। क्योंकि यह पूजा का स्थान हैं। और यदि आप यहाँ पर स्नान करते हैं तो क्या गारण्टी हैं कि आप स्नान के दौरान वहाँ पर मूत्र विसर्जन नहीं करेंगे। और मूत्र विसर्जन का मतलब हैं उत्तर पूरब दिशा का दूषित होना।
4. बाथरूम में वेंटीलेटर यदि हो सकता हो तो पूरब दिशा की ओर ही बनाये।
5. वास्तु के अनुसार यदि आप पूरब दिशा की ओर मुँह करके नहाते हैं तो यह आपके लिए ज्यादा उत्तम रहेगा।
6. वास्तु के अनुसार टॉयलेट शीट पर बैठते समय आपका मुँह उत्तर, पूरब और उत्तर पूरब दिशा में होना चाहिए। इसका एक फायदा ये हैं कि
इससे घर में रहने वाले लोगों को गैस की, कब्जी की एवं मस्से की बीमारी होने की संभावना भी बहुत कम हो जाती हैं।
7. वास्तु के अनुसार यदि आप दक्षिण और पश्चिम दिशा की ओर मुँह करके बैठते हैं तो आपको अनेक बीमारिया हो सकती हैं।
8. आजकल हर व्यक्ति टॉयलेट में लैट्रिन और बाथरूम एकसाथ बनाना ज्यादा पसंद करता हैं लेकिन फिर भी यदि हो सके तो आप लैट्रिन और बाथरूम अलग अलग बनाये ज्यादा बेहतर होगा।
9. टॉयलेट मैं टॉयलेट शीट सदैव दक्षिण पश्चिम ( नैऋत्य कोण ) में होनी चाहिए। यदि दक्षिण में होती हैं तो ज्यादा उत्तम हैं।
10. वास्तु के अनुसार यदि आपका मकान लम्बा हैं तो उसके शुरुआत में और उसके अंत में टॉयलेट कभी ना बनाये।
11. वास्तु के अनुसार टॉयलेट के दरवाजे पूरब की ओर होना ज्यादा उत्तम माना जाता हैं।
12. वास्तु में एक नियम यह भी हैं की जब सूर्य की रोशनी बहुत तेज हो तो आपको टॉयलेट का उपयोग नहीं करना चाहिए। परन्तु यह नियम स्वस्थ व्यक्ति पर लागू होते हैं ना कि किसी बीमार व्यक्ति पर।
Vastu Tips Toilet and Toilet Sheet टॉयलेट और टॉयलेट शीट किस दिशा मैं होनी चाहिए
Reviewed by Maaniesh Sharma
on
June 04, 2018
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