वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान हैं। सभी धर्म के लोग अपने अपने तरीके से वास्तु नियम का पालन करते हैं। वही आपने कुछ लोगों को कहते सुना होगा की हमने तो कोई वास्तु नियम का पालन नहीं किया या हमारा मकान तो बिना वास्तु के बना हुआ हैं। फिर भी हमें कोई परेशानी नहीं हैं। ये आस्तु वास्तु सब फालतू की बातें हैं। इसमें उनका भी कोई दोष नहीं हैं। जब तक उनकी किस्मत साथ दे रही हैं। तब तक उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन जब भी उनके प्लैनेट्स कुछ अवधि के लिए अपनी जगह से थोड़ा भी ईधर उधर होंगे तो उनका सीधा असर उनपर पड़ेगा और उस समय उनकी किस्मत उनका देगी। तब उन्हें बहुत सी परेशानी का अनुभव करना पड़ेगा। क्योंकि प्रत्येक मनुष्य की 50 प्रतिशत किस्मत साथ देती हैं और 50 प्रतिशत उसके घर या ऑफिस की वास्तु। आपने कई बार नोटिस किया होगा की आपको किसी दूसरे व्यक्ति पर बहुत जबरदस्त गुस्सा आया और आपने उसे खूब जमकर सुनाया या फिर उसे मार पीट लिया। लेकिन उसके कुछ समय पश्चात या कुछ मिनट बाद ही आपका गुस्सा शांत हो गया। तो यह क्या हैं। असल में उस समय आपके प्लैनेट्स ने अपनी जगह से कुछ पल के लिए ईधर उधर मूवमेंट किया और उसका सीधा इफेक्ट आप पर हुआ जिससे कुछ पल के लिए आप गुस्से से आगबबूला हो गए तथा जैसे ही प्लैनेट्स अपनी पुरानी स्थिति में आये और आप एकदम शांत हो गए। कई बार आपने बड़े बड़े अमीरों को रातों रात फकीर और कई फकीरों को अचानक अमीर होते हुए देखा होगा। इसके अलावा कई लोगों के घर में सीढ़ी एंटी क्लॉक बनी होती हैं फिर भी उनके घर में किसी चीज की कोई कमी नहीं होती हैं। परन्तु उनके घर में कभी शांति नहीं होती। अगर किसी घर, ऑफिस या फैक्ट्री को बनाते समय वास्तु का ध्यान नहीं रखा जाए तो उसका परिणाम यह होता हैं कि या तो वो प्रोजेक्ट आधा अधूरा रह जाए। या उसका ढांचा बन जाए लेकिन प्लास्तर अधूरा रह जाए। या प्लास्तर हो गया तो पेंट का काम या दरवाजे खिड़की का काम अधूरा रह जाए। कुछ भी प्रॉब्लम हो सकती हैं। इन्हीं कारणों की वजह से मकान की नींव के भूमि पूजन को इतनी मान्यता दी गई हैं। हर एक हिंदू मकान का काम शुरू करने से पहले भूमि पूजन के इस नियम को पूरा करता हैं।
वास्तु शास्त्र का हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण योगदान हैं। सभी धर्म के लोग अपने अपने तरीके से वास्तु नियम का पालन करते हैं। वही आपने कुछ लोगों को कहते सुना होगा की हमने तो कोई वास्तु नियम का पालन नहीं किया या हमारा मकान तो बिना वास्तु के बना हुआ हैं। फिर भी हमें कोई परेशानी नहीं हैं। ये आस्तु वास्तु सब फालतू की बातें हैं। इसमें उनका भी कोई दोष नहीं हैं। जब तक उनकी किस्मत साथ दे रही हैं। तब तक उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी। लेकिन जब भी उनके प्लैनेट्स कुछ अवधि के लिए अपनी जगह से थोड़ा भी ईधर उधर होंगे तो उनका सीधा असर उनपर पड़ेगा और उस समय उनकी किस्मत उनका देगी। तब उन्हें बहुत सी परेशानी का अनुभव करना पड़ेगा।
क्योंकि प्रत्येक मनुष्य की 50 प्रतिशत किस्मत साथ देती हैं और 50 प्रतिशत उसके घर या ऑफिस की वास्तु। आपने कई बार नोटिस किया होगा की आपको किसी दूसरे व्यक्ति पर बहुत जबरदस्त गुस्सा आया और आपने उसे खूब जमकर सुनाया या फिर उसे मार पीट लिया। लेकिन उसके कुछ समय पश्चात या कुछ मिनट बाद ही आपका गुस्सा शांत हो गया। तो यह क्या हैं। असल में उस समय आपके प्लैनेट्स ने अपनी जगह से कुछ पल के लिए ईधर उधर मूवमेंट किया और उसका सीधा इफेक्ट आप पर हुआ जिससे कुछ पल के लिए आप गुस्से से आगबबूला हो गए तथा जैसे ही प्लैनेट्स अपनी पुरानी स्थिति में आये और आप एकदम शांत हो गए। कई बार आपने बड़े बड़े अमीरों को रातों रात फकीर और कई फकीरों को अचानक अमीर होते हुए देखा होगा। इसके अलावा कई लोगों के घर में सीढ़ी एंटी क्लॉक बनी होती हैं फिर भी उनके घर में किसी चीज की कोई कमी नहीं होती हैं। परन्तु उनके घर में कभी शांति नहीं होती। अगर किसी घर, ऑफिस या फैक्ट्री को बनाते समय वास्तु का ध्यान नहीं रखा जाए तो उसका परिणाम यह होता हैं कि या तो वो प्रोजेक्ट आधा अधूरा रह जाए। या उसका ढांचा बन जाए लेकिन प्लास्तर अधूरा रह जाए। या प्लास्तर हो गया तो पेंट का काम या दरवाजे खिड़की का काम अधूरा रह जाए। कुछ भी प्रॉब्लम हो सकती हैं। इन्हीं कारणों की वजह से मकान की नींव के भूमि पूजन को इतनी मान्यता दी गई हैं। हर एक हिंदू मकान का काम शुरू करने से पहले भूमि पूजन के इस नियम को पूरा करता हैं।
Importance of Vastu Shastra वास्तु शास्त्र का महत्व
Reviewed by Maaniesh Sharma
on
April 24, 2018
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